अस्सलाम अलैकुम दोस्तों, इस वेबसाइट पर 99 names of allah का सीरीज स्टार्ट किया गया है जिसमे अल्लाह के 99 नाम के बारे में बताया जा रहा है जिसमे आज आपको Al Musawwir के बारे में सिखने को मिलने वाला है.
आज आपको जानने को मिलेगा Al Musawwir का मतलब क्या है, इसे कब और कितनी बार पढना चाहिए, और इसे पढने से क्या फायदा होने वाला है.
Al Musawwir Meaning in Hindi
الْمُصَوِّرُ
AL-MUSAWWIR
(सूरतें बनाने वाला)
अल्लाह वो है के जो अपनी मखलूक में से हर एक को इसकी मुनसिब हाल सूरत वा शकल अता करने वाला है।
अल मुसव्विर को कब पढ़े?
Al Musawwir पढने के लिए कोई भी समय मुक़र्रर नहीं है जब आपके पास समय हो पढ़ सकते है लेकिन बेहतर ये होता है की किसी भी नमाज़ के बाद पढ़े.
क्युकी नमाज़ के बाद पढने का मतलब यही है की आप पाक व साफ़ वजू के साथ होते है और इस हालत में पढ़ते है तो दुआ कुबूल होने का ज्यादा चांस ज्यादा होता है.
अगर आप चाहे तो नमाज़ के बाद अल मालिक को 100 बार पढ़ सकते है.
जिनके औलाद नहीं होती वो औरत और उसका शोहर दोनों 7 दिन तक रोज़ा रखे और इफ्तार वक़्त 21 बार इस नाम पाक को पढ़कर पानी पर दम करे और उसी से रोज़ा इफ्तार करे इंशाअल्लाह नेक फ़रज़न्द नसीब होगा.
अल मुसव्विर के फायदे और वजीफा क्या है?
benefits of reciting al musawwir
अगर कोई 7 दिन तक रोजा रखे और इफ़्तार से पहले 21 बार यह नाम पढ़कर दम करे और पानी बांझ औरत को पिलाए, तो इंशाल्लाह उसका बांझपन दूर हो जाएगा
जो अपने बिस्तर पर आकर 7 बार यह नाम पढ़े फिर हमबिस्तरी करे तो अल्लाह तआला उसे नेक औलाद अता फ़रमाएंगे (Benefits 99 Names Of Allah)