अस्सलाम अलैकुम दोस्तों, इस वेबसाइट पर 99 names of allah का सीरीज स्टार्ट किया गया है जिसमे अल्लाह के 99 नाम के बारे में बताया जा रहा है जिसमे आज आपको Ar Raheem के बारे में सिखने को मिलने वाला है.
आज आपको जानने को मिलेगा Ar Raheem का मतलब क्या है, इसे कब और कितनी बार पढना चाहिए, और इसे पढने से क्या फायदा होने वाला है.
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Ar Raheem Meaning in Hindi
الرَّحِيمُ
AR-RAHEEM
(बहुत महेरबान)
अल्लाह का ये नाम अल्लाह के अपनी मखलूक़ के लिए कुशादा रहमत वाला होने पर दलील देता है, जिस की रहमत तमाम मखलोक़ात को शामिल है, और ये नाम अल्लाह तआला के लिए खास है।
अर रहीम को कब पढ़े?
Ar Raheem पढने के लिए कोई भी समय मुक़र्रर नहीं नहीं जब आपके पास समय हो पढ़ सकते है लेकिन बेहतर ये होता है की किसी भी नमाज़ के बाद पढ़े.
क्युकी नमाज़ के बाद पढने का मतलब यही आप पाक व साफ़ वजू के साथ होते है और इस हालत में पढ़ते है तो दुआ कुबूल होने का चांस ज्यादा होता है.
अगर आप चाहे तो नमाज़ के बाद अर रहीम को 100 बार पढ़े.
अर रहीम के फायदे क्या है?
- जो हर रोज़ इस नाम को 100 बार पढ़े उसे अल्लाह तआला की रहमत नसीब होती है और लोगों के दिल उसके लिए नर्म हो जाते हैं
- जो इसको खूब पढ़ता है वो मुस्तजाबुद दावात ( जिसकी हर दुआ क़ुबूल होती है ) बन जाता है और ज़माने की मुसीबतों से महफूज़ रहता है
- जो किसी ज़ालिम हुक्मरान के सामने जाते वक़्त “या रह्मानु या रहीमु” पढ़ेगा अल्लाह तआला उसे ज़ालिम के शर से बचा लेते हैं और खैर अता फरमा देते हैं
- जो कोई हर रोज़ ये नाम 500 बार पढ़ेगा वो दौलत पायेगा और अल्लाह तआला की मख्लूक़ उस पर महरबान होगी
- जो कोई इस नाम को सुबह की नमाज़ के बाद 100 बार पढ़े अल्लाह तआला की तमाम मख्लूक़ उस पर महरबानी करेगी
- जो इस नाम को सुबह की नमाज़ के बाद 555 बार पढ़ेगा तो वो ज़रूरतों से बेनियाज़ हो जायेगा
- जो इसे रोज़ाना 100 बार पढ़े तो उसका दिल नर्म होगा यानि ये दिल की सख्ती का इलाज है
- अगर इसे लिख कर पानी से धोकर वो पानी किसी दरख़्त में डाला जाये तो फल में बरकत होती है
कुरान में अर रहमान और अर रहीम कितने बार आया है?
कुरान मजीद में अर रहमान और अर रहीम 190 बार आया है, क्या आपको ये पहले से बता था.