अस्सलाम अलैकुम दोस्तों, इस वेबसाइट पर 99 names of allah का सीरीज स्टार्ट किया गया है जिसमे अल्लाह के 99 नाम के बारे में बताया जा रहा है जिसमे आज आपको As Sami’ के बारे में सिखने को मिलने वाला है.
आज आपको जानने को मिलेगा As Sami’ का मतलब क्या है, इसे कब और कितनी बार पढना चाहिए, और इसे पढने से क्या फायदा होने वाला है.
As Sami’ Meaning in Hindi
السَّمِيعُ
AS-SAMI’
(सब कुछ सुनने वाला)
सुनने वाला, वह जो बिना कान, यंत्र या अंग के उन सभी बातों को सुनता है जो उसके मखलूक द्वारा सुनी जाती हैं।
अस सामीऊ को कब पढ़े?
As Sami’ पढने के लिए कोई भी समय मुक़र्रर नहीं है जब आपके पास समय हो पढ़ सकते है लेकिन बेहतर ये होता है की किसी भी नमाज़ के बाद पढ़े.
क्युकी नमाज़ के बाद पढने का मतलब यही है की आप पाक व साफ़ वजू के साथ होते है और इस हालत में पढ़ते है तो दुआ कुबूल होने का ज्यादा चांस ज्यादा होता है.
अगर आप चाहे तो नमाज़ के बाद अल मालिक को 100 बार पढ़ सकते है.
अस सामीऊ के फायदे और वजीफा क्या है?
benefits of reciting As Sami’
- जिनको कम सुनने का मर्ज़ हो वो लोग इस नाम को खूब पढ़ा करें क्यूंकि इस से बहरेपन के मर्ज़ से शिफ़ा मिलती है.
- जो शख्स अगर इस नाम को जुमेरात के दिन चाश्त की नमाज़ पढ़ लेने के बाद पांच सौ बार पढ़े तो, तो इंशाअल्लाह उसकी दुआएं क़ुबूल होने लगेंगी.
- जो शख्स जुमेरात के दिन इस इस्मे पाक को नमाज़े चास्त के बाद 500 बार पढ़े और कुछ हज़रात ने फ़रमाया की हर रोज़ 100 बार पढ़े वह मुस्तज़अबूद दावत हो.