इस्तिखारा करने का तरीका | Istikhara ki Dua ka Tarika in Hindi 2024

जब भी किसी फैसले को लेकर आपके दिल में कन्फूज़न हो चाहे शादी को लेकर या कारोबार को लेकर या कोई भी काम जिसका फैसला हम नहीं ले पा रहे है तो हमें इस्तिखारा (Istikhara ki Dua) को पढ़ लेना चाहिए। इस दुआ का फजीलत बहुत है इस दुआ पढ़ने से हर मुश्किल काम आसान हो जाता है।

हमें कोशिश करने चाहिए इस्तिखारा की दुआ (Istikhara Ki Dua) याद करने की और नहीं तो आप देखकर भी पढ़ सकते हो। कोई भी दुआ या क़ुरआनी आयत अगर आपको अरबी पढ़ना आती है तो अरबी जुबान में ही पढ़े। हिंदी सिर्फ समझने के हिसाब से बतायी गयी है।

अगर आपको अरबी पढ़ना नहीं आती है तब आप हिंदी में भी पढ़ सकते है।


इस्तिखारा की दुआ करने का तरीका (Istikhara ki Dua Karne ka Tarika)


  1. सबसे पहले वुज़ू कर लें
  2. अपने दिमाग में चल रही बातों को दिमाग से निकाल लें
  3. अपने दाएं हाथ की अंगूठे के साथ वाली ऊँगली आसमान की तरफ करके दुआ पढ़ें
  4. इस्तिखारा की दुआ (Istikhara Ki Dua) पढ़ने से पहले और पढ़ने के बाद में 3×3 मर्तबा दरूद शरीफ जरूर पढ़े

इस्तिखारा की दुआ पढें (Istikhara ki Dua)


इस्तिखारा की दुआ अरबी भाषा में (Istikhara ki Dua Arabic Text)

Istikhara Ki Dua In Arabic
Istikhara Ki Dua In Arabic

इस्तिखारा की दुआ इंग्लिश में (Istikhara ki Dua Roman English)

Allaahumma ‘innee ‘astakheeruka bi’ilmika, wa ‘astaqdiruka biqudratika, wa ‘as’aluka min fajhilikal-‘Adheemi, fa’innaka taqdiru wa laa ‘aqdiru, wa ta’lamu, wa laa ‘a’lamu, wa ‘Anta ‘Allaamul-Ghuyoob, Allaahumma ‘in kunta ta’lamu ‘anna haazal-‘amra Khayrun lee fee deenee wa ma’aashee wa ‘aaqibati ‘amree  Faqdurhu lee wa yassirhu lee summa baarik lee feehi, wa ‘in kunta ta’lamu ‘anna haazal-‘amra sharrun lee fee deenee wa ma’aashee wa ‘aaqibati ‘amree, Fasrifhu ‘annee wasrifnee ‘anhu waqdur liyal-khayra haythu kaana thumma ‘ardhinee bihi.

इस्तिखारा की दुआ हिंदी में (Istikhara ki Dua in Hindi)

अल्लाहुम्मा इन्नी अस्ताखीरुका बी – इलमीका व असतक्दीरुका बी – क़ुदरतिका व अस अलुका मीन फ़ज़्लिका अल – अज़ीम फ – इन्नका तक़्दीरु वाला अक़्दीरु व ता – लामु वाला अ लामु व अंता अल्लामु – ल – घुयुब अल्लाहुम्मा इन कुंता ता – लम अन्ना हाज़ा – ल अमरा खैरुन ली फि दिनी व – माँ अशी व – आक़िबति अमरि फ़क़दिरहु ली व यस्सीरहु सुम्मा बारीक ली फिहि व इन कुंता ता – लामु अन्ना हु शर – रुन फि दिनी व-माँ अशी व-आक़िबति अमरि अस्रीफहु अन्नी वास्-रिफ़नी अन्हु – वाक्दिर ली अल-खैरा हैसु का -न सुम्मा अररिज़ज़नी बिहि


इस्तिखारा की दुआ का तर्जुमा (Istikhara ki Dua ka Tarjuma In Hindi)


अल्लाह के नाम से शुरू जो बहुत मेहरबान रहमवाला है।

हे अल्लाह, मैं आपके [बेइंतिहा] इल्म के जरिए बेहतरी माँगता हूं, और मैं आपसे अापकी कुदरत के जरिए से शक्ति माँगता हूं, और मैं आपका असीम फजलो करम माँगता हूं। क्योंकि आप पूरी तरह काबील हैं, जबकि मैं नहीं। आप सबकुछ जानते हैं, और मैं नहीं, और आप सब कुछ जानते हैं जो अनदेखी है।

हे अल्लाह, अगर आप जानते हैं कि यह फेसला [फैसले का इजहार करें] मेरे मजहब, मेरी दूनीया और आखीरत के नतीजे के लिए अच्छा है, तो इसे पूरा करें, इसे मेरे लीए आसान करें और मेरा इसके जरिए भला करें।

लेकिन अगर आप जानते हैं कि मेरे मजहब, मेरी दूनीया और आखीरत के नतीजे पर इसका बुरा असर है, तो इस फैसले को मूझसे फिरा दीजिये और मुझे इससे दूर कर दीजिये, और [इसके बजाय] मूझे कूछ बेहतर दीजिये, वो चाहे जो भी हो, उसके जरिए मूझे इत्मीनान दीजिये।


Istikhara Karne ka tarika by tariq jameel


इस्तिखारा करने का तरीका

शादी के लिए इस्तिखारा की दुआ पढ़ना कैसा है?


बहुत से लोग ये समझते हैं कि Istikhara ki Dua सिर्फ शादी के लिए किया जाता है लेकिन ये कहना ग़लत है जब भी ज़िंदगी में कोई नेक काम का इरादा करे जैसे कोई बिजनेस शुरू करने से पहले,या कोई प्रोपर्टी खरीदने से पहले या शादी के लिए रिश्ता तय करने से पहले भी पढ़ सकते है।

हदीस में आया है की जब कोई आदमी किसी काम का इरादा करे तो 2 रकत नमाज़ नफिल पढ़े जिसकी पहली रकत में Surah fatiha पढ़ने के बाद Surah kafirun और दूसरी रकात में Surah fatiha के बाद Surah ikhlaas यानी कुल हुव ल्लाहु अहद पढ़े।

फ़िर इस्तिखारा की दुआ पढ़े और किब्ले की तरफ सर करके सो जाए दुआ के शुरू और आखिर में surah fatiha और Durood Shareef भी पढ़े।


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