आप जानना चाहते है की Janaza Dekhne ki Dua क्या है तो आप सही जगह आए हो।
क्युकी आज इस पोस्ट में आपको सिखने को मिलेगा की Mayyat Dekhne ki Dua क्या होगा तो और इसका मतलब क्या है।
नमाज ए जनाजा क्या है?
नमाज़-ए-जनाज़ा इस्लाम में मृतक की अंतिम नमाज होती है, जब कोई मुसलमान व्यक्ति मर जाता है तो उसके लिए यह नमाज अदा की जाती है।
इस नमाज को मस्जिद या कब्रिस्तान में अदा किया जाता है, मृतक के करीबी रिश्तेदार और दोस्त इस नमाज में शामिल होते हैं।
नमाज-ए-जनाज़ा में अल्लाह से मृतक के लिए माफ़ी मांगी जाती है और उसे जन्नत में जगह देने की दुआ की जाती है, यह नमाज मृतक के लिए श्रद्धांजलि होती है और शांति की कामना का प्रतीक है।
Janaza Dekhne ki Dua
जब आप किसी भी इन्सान का जनाज़ा देखे चाहे आपका कोई रिश्तेदार हो या कोई और उस वक़्त जनाज़ा देखते वक़्त की दुआ पढना चाहिए तो निचे दिया गया है।