Subhanallah Meaning in Hindi: अस्सलाम अलैकुम दोस्तों, हम अपने जीवन में ऐसे बहुत से शब्द सुनते हैं जिनको बार-बार सुनते हैं लेकिन हम उनका सही मतलब नहीं जान पाते। इन्हीं शब्दों में से एक “Subhanallah” (सुभानल्लाह) है।
आज हम यहां पर सुभानल्लाह का मतलब क्या होता है और इसे कब प्रयोग में लाया जाता है, इसके बारे में बताने जा रहे हैं।
हज़रत इब्ने अब्बास रजी फरमाते हैं कि सुब्हानल्लाह (Subhanallah) के मायने अल्लाह तआला की पाकीज़गी के हैं वह हर बुराई से पाक और बरी है।
हज़रत उमर रजि. ने हज़रत अली और अपने पास के दूसरे सहाबा से एक मर्तबा सवाल किया कि “ला – इला – ह इल्लल्लाहु ” तो हम जानते हैं लेकिन सुब्हानल्लाह (Subhanallah) क्या कलिमा है?
तो हज़रत अली रजि0 ने जवाब दिया कि इस कलिमे को बारी तआला ने अपने लिये पसन्द फ़रमाया है , वह इससे खुश होता है और इसका कहना उसे महबूब है।
हज़रत मैमून बिन मेहरान फरमाते हैं कि इसमें अल्लाह तआला की ताज़ीम है और तमाम बुराईयों से पाकीज़गी का बयान है।
हज़रत आदम अलैहिस्सलाम ने नाम बता दिये कि तुम्हारा नाम जिब्राईल है और तुम्हारा नाम मीकाईल है, तुम इस्राफील हो यहाँ तक कि चील कौए वगैरह सबके नाम जब उनसे पूछे गये तो उन्होंने बता दिये।
जब हज़रत आदम अलैहिस्सलाम की यह फजीलत फरिश्तों को मालूम हुई तो अल्लाह तबारक व तआला ने फरमाया- देखो मैंने तुमसे पहले ही न कहा था कि मैं हर खुले – छुपे का जानने वाला हूँ। जैसे और जगह है, तुम बुलन्द आवाज़ से कहो या न कहो अल्लाह तआला पोशीदा से पोशीदा चीज़ को जानता है।
क्यों ये लोग उस खुदा को सज्दा नहीं करते जो आसमानों और ज़मीन की छुपी चीज़ों को निकालता है, और जो तुम्हारी हर पोशीदा (छुपी) और ज़ाहिर (बात और मामले) को जानता है।
अल्लाह अकेला ही माबूद है और वही अर्से अज़ीम का रब है । जो तुम ज़ाहिर करते हो और जो छुपाते हो, उसे मैं जानता हूँ मतलब यह है कि इब्लीस के दिल में जो तकब्बुर और गुरूर था उसे मैं जानता था।
हज़रत अब्दुर्रहमान बिन जैद बिन असलम रह . फरमाते हैं कि अल्लाह तआला ने फरिश्तों से फरमाया जिस तरह तुम इन चीज़ों के नामों से बेख़बर हो इसी तरह तुम यह भी नहीं जान सकते कि इनमें भले – बुरे हर तरह के होंगे, फरमाँबरदार भी होंगे और नाफरमान भी, और मैं पहले ही लिख चुका हूँ कि मुझे जन्नत और दोज़न दोनों भरनी हैं, लेकिन तुम्हें मैंने इसकी खबर नहीं की।
Meaning of Subhanallah in Hindi (सुभानल्लाह का अर्थ)
سبحان اللہ
Subhan Allah | سبحان اللہ |
Masha Allah | ماشااللہ |
Bohat Khoob | بہت خوب |
Wah Wah | واہ واہ |
Akhaa | اخاہ |
Subhanallah Meaning in English
“Subhan Allah”
Subhanallah Meaning in Malayalam
സുഫാൻ അല്ലാഹു
Subhanallah Meaning in URDU
سبحان اللہ
Subhanallah Meaning in Tamil
சுபான் அல்லாஹ்
Subhanallah Meaning in Hindi
“सुबान अल्लाह”
Subhanallah Meaning in Marathi
सुभान अल्लाह
Subhanallah Meaning in Bengali
সুহান আল্লাহ
Subhanallah Meaning in Gujarati
સુભાષ અલ્લાહ
Alhamdulillah Meaning in Arabic
سوبان الله
10 दुआएं जिनको लोग गलत जगह इस्तेमाल करते हैं
दिन भर में कई बार हमारे सामने ऐसी चीज़ें आती हैं जिनपर आप अलग अलग तरह से रिएक्ट करते हैं कभी किसी को देख कर जुबां से तारीफ के अलफ़ाज़ निकलते हैं कभी किसी का शुक्रिया अदा करने के लिए कुछ अलफ़ाज़ निकलते हैं और कभी कोई गुनाह हो जाने पर अल्लाह से माफ़ी के तलबगार होते हैं।
वैसे ही कुछ दुआए अलफ़ाज़ आज हम आपके सामने पेश करेंगे जिनको आप अपनी रोज़मर्रा की ज़िन्दगी में शामिल करें और इसलिए इनको ठीक से समझना पड़ेगा क्यूंकि कुछ हमारे साथी इनको ग़लत जगह इस्तेमाल करते हैं तो कब किस जगह इस्तेमाल करना है इसको आप समझ लें।
#1 जब भी कोई काम शुरू करें तो कहें
बिस्मिल्लाह
तर्जुमा : अल्लाह के नाम से
अल्लाह के नबी सल्लल लाहु अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया कि “कोई भी काम जो बगैर बिस्मिल्लाह के शुरू किया जाता है वो अधूरा रह जाता है” इसलिए हम अगर अपने कामों में बरकत और खैर को दाखिल करना चाहते हैं तो हमें बिस्मिल्लाह ज़रूर पढ़ना चाहिए।
#2 जब किसी के अन्दर मौजूद किसी ख़ूबी की तारीफ़ करें तो कहे
सुभानल्लाह
तर्जुमा : अल्लाह की जात हर ऐब से पाक है
#3 जब किसी काम के करने का वादा या इरादा करें तो कहें
इंशाअल्लाह
तर्जुमा : अगर अल्लाह तआला चाहेंगे
जैसे – जब फ्यूचर में आने वाले वक़्त में कोई काम करने का इरादा या वादा करें तो इंशाअल्लाह, जैसे इंशाअल्लाह मैं ये काम कल कर लूँगा, इंशाअल्लाह मैं आप के पास अगले हफ्ते ज़रूर आऊँगा।
#4 जब किसी चीज़ को पसन्दीदा की निगाहों से देखें तो कहें
माशाअल्लाह
माशा अल्लाह आपका काम बहुत अच्छा है, माशा अल्लाह आपका बेटा बहुत नेक है।
#5 जब कोई दुःख या तकलीफ़ पेश आये तो कहें
या अल्लाह
तर्जुमा : ए अल्लाह
तकलीफ़ या मुसीबत में अल्लाह का नाम जुबान से निकलना इस से बढ़ कर और क्या बात हो सकती है क्यूंकि सिर्फ अल्लाह ही इसे टाल सकता है कोई दूसरी ताक़त नहीं।
#6 जब किसी का शुक्रिया अदा करें तो कहें
जज़ाकललाह
तर्जुमा : अल्लाह तआला आपको इसका बेहतर बदला अता फरमाये
हमारे नबी की हदीस है कि जो लोगों का शुक्र अदा नहीं करता वो अल्लाह का शुक्र अदा नहीं करता इसलिए जब कोई आपका काम कर दे तो चाहे वो काम कितना ही छोटा क्यूँ न हो।
हमें उसका शुक्र ज़रूर अदा करना चाहिए, तो जब आपको शुक्रिया अदा करना ही है तो जान लीजिये कि इस का सुन्नत तरीक़ा जज़ाकल लाह है न कि थैंक्यू या शुक्रिया।
#7 जब नींद से बेदार हों तो कहें
ला इलाहा इल्लल लाह
तर्जुमा : अल्लाह के सिवा कोई इबादत के लाइक नहीं
#8 जब छींक आये तो कहें
अल हम्दुलिल लाह
तर्जुमा : तमाम तारीफ़ें अल्लाह ही के लिए हैं
#9 जब किसी को छींकता हुआ देखें तो कहें
यर हमुकल लाह
तर्जुमा : अल्लाह तुम पर रहम करे
#10 जाने अनजाने में कोई गुनाह हो गया तो कहें
अस्तग फ़िरुल लाह
तर्जुमा : मैं अल्लाह अल्लाह से माफ़ी का तलबगार हूँ
Frequently Asked Questions (FAQ)
सुभानल्लाह और माशा अल्लाह में क्या फर्क है?
सुब्हानअल्लाह का अर्थ है अल्लाह धन्य है या तारीफ़ उस अल्लाह की!
माशा अल्लाह का अर्थ है – वाह-वाह; अल्लाह का करिश्मा है; अल्लाह बुरी नज़र से बचाए।
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