Wazu ka Tarika aur Wazu ki Dua in Hindi | वज़ू करने का तरीका क्या है 2024

क्या आप इस ब्लॉग पर इसलिए आए है की आप wazu ka tarika क्या है और wazu step by step कैसे करते है वो भी शुरुआत से सीखना चाहते है तो आप सही जगह आए है।

क्युकी आप सिखने वाले हो Wazu Kya Hai? Wazu Karne ka Tarika Kya Hai? Wazu ki Niyat in Hindi, Wazu ki Dua in Hindi, वजू टूटने की वजह क्या होती है और भी बहुत सारे Wazu के बारे में सिखने को मिलने वाला है, तो चलिए जानते है।

वुज़ू क्या है – What is Wudu?

wazu meaning: नमाज़ शुरू करने से पहले खुद को शुद्ध और पाक साफ़ करने के लिए वजू करते है वुज़ू एक शारीरिक और मानशिक कार्य है। यह पाक व साफ़ करने का धार्मिक एक अनिवार्य कदम है जिसमें हाथ, मुंह, नाक, चेहरा, हाथ, सिर और पैर को धोना शामिल है।

इससे पहले कि हम नमाज़ अदा करे, हमें खुद को मानसिक, शारीरिक रूप से तैयार करने की ज़रूरत है। इस तैयारी का एक बड़ा हिस्सा वुज़ू के नाम से जाना जाता है। यह एक पकिजकी प्रक्रिया है जिसे हर मुसलमान को अपनी नमाज अदा करने से पहले करना चाहिए।

यह नमाज़ का इतना महत्वपूर्ण हिस्सा है कि अगर कोई अज्ञानता या लापरवाही के कारण इसे छोड़ देता है, तो उसकी नमाज़ अल्लाह ता’अल काबुल नहीं करते है।

वुज़ू क्यों ज़रूरी है? – Why is Wudu Important?

इस्लाम में पाकीजगी और स्वच्छता का बहुत महत्व है। वुज़ू नमाज़ से पहले शारीरिक और मानशिक दोनों की तैयारी है, और अल्लाह ता’ल के साथ communicating करने से पहले ‘पाक’ होना बहुत जरुरी होता है। इसके बिना नमाज़ शुरू नहीं हो सकती। वुज़ू के स्वास्थ्य लाभ इस बात से सिद्ध होते हैं कि हाथों और चेहरे को नियमित रूप से धोने से रोग और बीमारी ख़तम हो जाते है।

वुज़ू कब ज़रूरी है? When is Wudu Required?

इस्लामी नमाज़ दिन में 5 बार पढ़ी जाती है और जबकि वुज़ू को प्रत्येक नमाज़ से पहले दोहराने की आवश्यकता नहीं होती है, जब तक की आपकी वजू टूट नहीं जाता है इसे एक नए तरीके से जानते है।

संभोग, रक्तस्राव, उल्टी, सो जाना या कोई नशीला पदार्थ लेने सहित निजी अंगों से ठोस या तरल या हवा के निर्वहन से वुज़ू टूट या अमान्य हो जाता है, फिर वजू करना जरुरी हो जाता है।

वुजू की नियत – Wazu karne ki Niyat

वुजू करने के लिए सबसे पहले आपको वुजू की नियत (Wazu ki Niyat) पढ़नी जरूरी है।

Wazu se pahle ki dua या वजू की नियत के लिए इन तीनों में से किसी एक को भी पढ़ना जायज़ है:

  1. बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीम, या
  2. बिस्मिल्लाहि वल हम्दु लिल्लाह, या 
  3. बिस्मिल्लाहिल अलीय्यिल अजीम वलहम्दुलिल्लाहि अला दीनिल इस्लामि ।

वजू का तरीका

पहला कदम यह समझना है कि आप वुज़ू की प्रक्रिया शुरू करने वाले हैं ताकि आप नमाज़ अदा कर सकें। यहां कोई शब्द या विशेष कथन नहीं हैं जिन्हें कहने की आवश्यकता है। इरादा बनाना दिल और दिमाग की बात है।

step by step wazu ka tarika with picture

Step 1 – बिस्मिल्लाह कहना (Say Bismillah)

यह वुज़ू बनाने का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इससे पहले कि हम अपने आप को धोना शुरू करें, हमें बिस्मिल्लाह (अल्लाह के नाम पर) कहना चाहिए। आप इसे चुपचाप अपने आप से कह सकते हैं।

Say Bismillah
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Step २ – तीन बार हाथ धोएं (Wash Your Hands Three Times)

पैगंबर मुहम्मद (सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम) ने हमें पहले अपने दाहिने हिस्से से शुरुआत करना सिखाया। इसका मतलब है कि आपको अपना दाहिना हाथ उंगलियों से कलाई तक तीन बार धोना होगा।

अपने दाहिने हाथ को धोने के लिए अपने बाएं हाथ का प्रयोग करें। ऐसा तीन बार करें। इसके बाद अपने बाएं हाथ को तीन बार धोने के लिए अपने दाहिने हाथ का उपयोग करें इसे भी तिन बार करे, अपनी उंगलियों के बीच और अपनी कलाई तक सभी तरह से धोना सुनिश्चित करें।

Wash your hands three times
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Step 3 – तिन बार कुल्ली करना (Rinse Your Mouth Three Times)

अपने दाहिने हाथ में थोड़ा पानी लें और अपने मुंह को तीन बार कुल्ला करें। अपने मुंह को ठीक से साफ करने के लिए इसे अच्छी तरह से करें।

Rinse your mouth three tiimes
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Step 4 – नाक में तिन बार पानी डाले (Rinse your nose three times)

अपनी नाक को तीन बार धोएं, अपने दाहिने हाथ में धोड़ा पानी का उपयोग करें और इसे अपनी नाक में सूँघें। बिना बहुत अधिक लेने से आपका दम घुटता है। पानी को बाहर निकालने के लिए अपने बाएं हाथ का प्रयोग करें और इस प्रक्रिया को तीन बार दोहराएं।

वुज़ू के लिए अपनी नाक धोते समय यह ध्यान करना ज़रूरी है कि आप जिस पानी का उपयोग कर रहे हैं वह सुरक्षित है।

Rinse your nose three times
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Step ५ – चेहरा तिन बार धोए (Wash Your Face Three Times)

अपने हाथों में पानी लें और अपने माथे से शुरू करके अपना चेहरा धो लें, पानी को अपनी जॉ लाइन तक लाएँ और अपनी ठुड्डी पर समाप्त करें।

दाढ़ी रखना पैगंबर की सुन्नत है, अगर आपकी दाढ़ी के माध्यम से एक उंगली चलती है। अगर दाढ़ी पतली है तो उसे अच्छी तरह से धोया जा सकता है, नहीं तो मोटी दाढ़ी के लिए अपनी गीली उंगलियों को बालों में चलाएं ताकि गंदगी साफ हो जाए।

Wash your face three times
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Step 6 – हाथ को तिन बार धोए (Wash Your Arms Three Times)

सबसे पहले अपना दाहिना हाथ धोएं, उंगलियों से शुरू करें और अपने दाहिने हाथ को कोहनी तक तीन बार धोएं। पूरा हाथ गीला होना चाहिए, कोई सूखा हिस्सा नहीं छोड़ना चाहिए। इसके बाद अपने बाएं हाथ के लिए भी यही प्रक्रिया अपनाएं और इसे तीन बार करें।

Wash your arms three times
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wazu ka tarika images

Washing your left arms three times
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Step 7 – सर का मसह करना (Clean your head)

थोड़ी मात्रा में पानी से सिर की सफाई करने के लिए इस क्रिया को ” मसह” के रूप में जाना जाता है। अपने गीले हाथों को माथे के ऊपर से सिर के पीछे और फिर सिर के पिछले हिस्से से माथे तक ले जाएं। यह केवल एक बार किया जाता है।

इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आपके बाल किस प्रकार के हैं, चाहे आप गंजे हों, छोटे बाल हों या लंबे बाल हों, प्रक्रिया समान है।

Step 8 – एक बार कान साफ करें (Clean your head)

अपने गीले हाथों का उपयोग करके आप अपनी तर्जनी का उपयोग अपने कानों के अंदर और अपने अंगूठे का उपयोग अपने कानों के पीछे के क्षेत्र को साफ करने के लिए करेंगे। यह केवल एक बार किया जाता है।

Step 9 – तिन बार पैर धोए (Wash Your Feet Three Times)

Wash your feet three times
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सबसे पहले अपने पैर की उंगलियों से अपने दाहिने पैर पर पानी बहाना शुरू करें और अपने टखने को धो लें। आपको यकीन होना चाहिए कि पानी दाहिने पैर के हर हिस्से को धो ले, खासकर पैर की उंगलियों और टखने के पिछले हिस्से के बीच। ऐसा तीन बार दाएं पैर से और तीन बार बाएं पैर से करें।

आप यह याद रखे की ऊपर जितने भी स्टेप बताया गया है उसके उसी स्टेप में wazu करना होगा नहीं तो आपका वजू नहीं होगा इसीलिए Step by Step Wazu ka Tarika सीखे और करे।

SUMMARY OF WUDU STEPS:

यहां Step का Summary दिया गया है। यह महत्वपूर्ण है कि इन Step को याद किया जाए और हर Step के बीच में बिना किसी लंबे वक़्त के इस क्रम में प्रदर्शन किया जाए।

  • Step 1 – बिस्मिल्लाह कहना (Say Bismillah)
  • Step 2 – तीन बार हाथ धोएं (Wash Your Hands Three Times)
  • Step 3 – तिन बार कुल्ली करना (Rinse Your Mouth Three Times)
  • Step 4 – नाक में तिन बार पानी डाले (Rinse your nose three times)
  • Step 5 – चेहरा तिन बार धोए (Wash Your Face Three Times)
  • Step 6 – हाथ को तिन बार धोए (Wash Your Arms Three Times)
  • Step 7 – सर का मसह करना (Clean your head)
  • Step 8 – एक बार कान साफ करें (Clean your head)
  • Step 9 – तिन बार पैर धोए (Wash Your Feet Three Times)

वजू की दुआ क्या है – Wazu ki dua

आपने अच्छी तरह से वजू कर लिया है तो अब जानते Wazu ke Baad ki Dua क्या है, इससे पहले एक Confusion समझ लेते है Wazu ki Pahle ki Dua और Wazu ke Baad ki Dua के बारे में क्युकी सिर्फ वजू के बाद की दुआ होता है वजू से पहले बिस्मिल्लाह पढ़ा जाता है क्युकी आप लोग गूगल में सर्च करते हो जैसे:

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Wazu ke Darmiyan ki Dua in Hindi

अगर आप Wazu ke Darmiyan Padhne ki Dua की तलाश कर रहे है तो आप की तलाश ख़तम हो गई कोई आपको यहाँ Wazu ke Darmiyan ki Dua in Hindi में निचे दिया है जिससे आप याद करके वजू करते समय पढ़ सकते हो।

Wazu ke Darmiyan ki dua
Image Source: Tadeebulquran.Com

वजू के बाद की दुआ क्या है – Wazu ke baad ki dua

लेकिन वजू के बाद की दुआ होता है तो चलिए जानते है Wazu ke Baad ki Dua hindi में।

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Wazu Ke Baad Ki Dua In Arabic
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Wazu ke Baad ki Dua in Hindi

अल्ला हुम्मज अलनी मिनत तव्वाबीना वजअलनी मिनल मुतह्हरीन ।

Wazu ke Baad ki Dua in Roman English

Allahummaj ‘alni minat-tawwabinawaj’alni minal-mutatahhirin.

Wazu ke Baad ki Dua in Urdu

اللھم مع النی منات التوابینا واج النی من المتحیرین۔

wazu ke baad ki dua with translation

ऐ अल्लाह! मुझे बहुत अधिक तौबा करने वालों में से बना दे और मुझे पाक-साफ़ रहने वालों में से बना दे।

औरतो के लिए वजू का तरीका – Wazu ka Tarika For Ladies In Hindi

औरतों के लिए वजू का तरीका वही जो मर्दों के लिए होता है जिसको अच्छी तरह और pictures के साथ ऊपर बताया गया है।

वुजू में कितने चीज़े फ़र्ज़ है? – Wazu me Kitne Farz Hai

wazu ke faraiz कितने होते है वजू में चार चीज़े फ़र्ज़ है जो निचे दिया गया है:

  • चेहरे का धोना: पेशानी के बालों से जहा बाल उगने की जगह है ठोड़ी के नीचे तक एक कान की लौ से दुसरे कान की लौ तक।
  • दोनों हाथ कुहनियों समेत धोना : इस तरह धोये की कुहनियां पूरी तरह भीग जाएं।
  • चौथाई सर का मसह करना : टोपी या कुछ जो सर पर हो उसे उतार कर अपने सर के चौथाई हिस्से का मसह करना।
  • पैरों को टखनों समेत धोना : इस तरह धोये की पैर निचला हिस्सा भी ख़ुश्क न रहे और एड़िया भी अच्छी तरह धूल जाए।

वजू की सुन्नत क्या है? वुजू में कितने चीज़े सुन्नत है

Wazu ki Sunnat कितने होते है वजू में 4 फ़र्ज़ के अलावा जितने भी चीज़े है वह सुन्नत है:

  • नियत करना
  • बिस्मिल्लाह पढ़ना
  • पहले दोनों हाथ गट्टों तक धोना
  • मिस्वाक करना
  • तीन बार कुल्ली करना
  • तीन बार नाक में पानी डालना
  • दाढ़ी का खिलाल करना
  • हाथ पांव की उंगलियों का खिलाल करना
  • हर हिस्से को तीन बार धोना
  • एक बार सारे सर का मसह करना यानी भीगा हुआ हाथ फेरना
  • दोनों कानों का मसह करना
  • तरतीब से वजू करना
  • इस तरह से वजू करना कि पहले धोया हुआ हिस्सा सूखने से पहले दूसरा हिस्सा धो लिया जाए

वजू में कितने चीज़े मकरूह है

  • नापाक जगह वजू करना 
  • सीधे हाथ से नाक साफ़ करना 
  • वजू करते वक़्त दुनिया की बातें करना 
  • सुन्नत के खिलाफ वजू करना 
  • पानी ज्यादा बहाना
  • ज़ोर से चापक्के मरना 

वुजू करते समय ध्यान रखने योग्य बातें

कुछ बातों का वुजू करते समय बहुत ध्यान रखना चाहिए, जिससे आपका वुजू न होने का खतरा बने रहता है। अगर आप इन बातों को ध्यान में रखते हुए सही तरीके से वुजू करेंगे, तब आपका वुजू सही से हो पाएगा, और नमाज़ पढ़कर खुदा आप पर महरबान होंगे।

1. गलत जगह पर वुजू करना

कुछ लोगों के घरों में वुजू करने के लिए साफ जगह नहीं होती, या कुछ लोग जहां मर्जी किसी भी जगह पर वुजू कर लेते हैं। खासकर यह चीज बड़े शहरों में ज्यादातर देखने को मिलती है, जिसे जहां पर जगह मिली, वह वहीं पर वुजू कर लेता है।

पर ऐसा करना क़ुरान के हिसाब से सही नहीं है, वुजू एक बहुत पाक चीज है, जिसे साफ सफाई वाली जगह पर किया जाना बेहद जरूरी है। गंदी जगहों में वुजू करने से वुजू पूरे न होने का खतरा बना रहता है। इसलिए हमेशा वुजू ऐसी जगह पर करें, जहां गन्दगी न हो, या पहले उस जगह को साफ कर लें, और फिर वुजू (Wazu Karne ka Tarika) करें।

2. वुजू के समय बहुत बाते करना

जब भी हम नमाज पढ़ने के लिए मस्जिद में जीते हैं, या हमारी बहनें घर पर नमाज़ पड़ती हैं, तब नमाज़ पढ़ने के लिए वुजू करते समय हम ही में से कुछ लोग एक दूसरे से इधर उधर की बहुत सारी बातें करना शुरू कर देते हैं। जो कि बिल्कुल गलत बात है, वुजू के बाद नमाज़ पढ़ी जाती है, जिसमे हम खुदा की इबादत करते हैं।

और खुदा की इबादत करते समय हमारे मन मे दुनिया की बातें न होकर केवल खुदा की इबादत होनी चाहिए, जिससे खुदा का हाथ हमारे सर पर सदा बना रहे। और वुजू करते समय इधर उधर की बातें करते समय वुजू पूरा न होने का खतरा भी बना रहता है, इसलिए जब भी वुजू करें, बिल्कुल शांत मन से करें, और इधर उधर की बातें न करें।

3. गलत तरीके से वुजू करना (सुन्नत के खिलाफ)

हमने वुजू का तरीका समझते हुए, ऊपर कुछ सुन्नतें बताई हैं, जिनको ध्यान में रखते हुए वुजू करना चाहिए। कई बार ऐसा हो जाता है, जब हम सुन्नत के हिसाब से वुजू करना भूल जाते हैं।

सुन्नत में वुजू करने (Vaju Karne ka Tarika) के लिए किसी भी चीज को तीन तीन बार धोने के लिए बताया गया है, परन्तु बहुत सी बार हमारे दिमाग मे वुजू करने समय कुछ और ही चलने के कारण हम सुन्नत के हिसाब से वुजू करना भूल जाते हैं।

पर ऐसा करने से हमारा वजू पूरा नहीं होता, और वजू पूरा नहीं होगा, तो नमाज़ भी पूरी नही हो पाएगी। इसलिए जब भी कभी हम वुजू करते हैं, तब हमें वुजू करने के लिए जो सुन्नतें हैं, उन्हें ध्यान में रखते हुए वुजू करना चाहिए, जिससे हमारा वजू सफल हो, और हमारी नमाज़ पढ़ने का हमे कुछ फायदा मिल सके।

4. ज्यादा पानी बर्बाद करना

पानी को बर्बाद करना क़ुरान में बहुत गलत बताया गया है, और पानी को बर्बाद करना हमारी कायनात के लिए भी अच्छा नही है, क़ुरान में कहा गया है, और लोग भी मानते हैं कि वुजू (Wazu Banane ka Tarika) के समय पानी को बर्बाद करना वुजू न करने के बराबर है, क्योंकि पानी को बर्बाद करना एक खेल के समान है, और जब हम नमाज़ पढ़ने के लिए वुजू करते हैं।

तब हमें बहुत शांत और खुदा के प्रति समर्पित होने पड़ता है, और वुजू से पहले पानी बर्बाद करना कोई भी अच्छा व्यक्ति नहीं चाहेगा। हमे वुजू करते समय हर चीज को 3-3 बार धोना पड़ता है, और इनको धोने के लिए हमे जितने भी पानी की जरूरत हो, उतना ही पानी बर्बाद करना चाहिए, उससे ज्यादा पानी बर्बाद करना खुदा की तौहीन करने के बराबर है।

सही मात्रा में वुजू करते वक्त (Wazu ka Tarika) पानी का इस्तेमाल एक अच्छे वजू, और खुदा की दिल से इबादत की पहचान है। इसलिए वुजू के समय जितने पानी की जरूरत हो, उतना ही पानी बर्बाद करें।

5. दायाँ हाथ से नाक साफ करना

कुछ लोगों को वजू करने का सही तरीका नहीं आता, जिससे ऐसे लोग वुजू करने में कुछ लोग दाएं हाथ का इस्तेमाल करते हैं, और यह एक बहुत गलत बात है, किताबों में भी ऐसा करना बहुत गलत बताया गया है। और बताया गया है कि नाक को साफ करने के लिए हमेशा उल्टे हाथ यानि कि बाएं हाथ का ही इस्तेमाल किया जाना चाहिए।

ऐसा करने से वुजू सही तरीके से होता है। दाएं हाथ से वुजू करते समय नाक में हाथ डालकर साफ करना पूरे शरीर को गंदा कर सकता है। सुन्नत में भी बताया गया है, कि वुजू के समय नाक को उल्टे ही हाथ से साफ किया जाना चाहिए। इस बात का खास ध्याद रखे, जिससे आपका वुजू टूटे नहीं।

इन कारणों का आपको खास ख्याल रखना है, जिससे आपका वजू अधूरा रह सकता है, या टूट सकता है। वुजू के टूटने के मुख्य कारण यही हैं।

वुज़ू टूटने के 8 कारण – Wazu Tutne ki 8 wajah in URDU

हम वुजू तो सावधानी के साथ कर लेते हैं, पर वुजू करने के बाद हम कुछ ऐसी गलतियां कर देते हैं, जिससे हमारा वुजू टूट जाता है, और हमे वापस से वुजू करना पड़ता है, वुजू टूटने के 8 कारण होते हो जो नीचे बताए गए हैं, जिन्हें आप वुजू करने के बाद ध्यान में रखेंगे, तो आपका वुजू नही टूटेगा। और आपकी नमाज़ सफल होगी।

1. अगले और पिछले प्राइवेट पार्ट से किसी चीज़ का निकलना

अगले और पिछले प्राइवेट पार्ट से नेचुरल तरीके से किसी चीज़ का निकलना, जैसे: पेशाब, पाखाना, हवा, मणि, माज़ी, Wadi पेशाब करते वक़्त अगले पार्ट से निकलने वाले उजला चीज़ को Wadi कहते है।

2. वुजू करने के बाद सहारा या टेक लगा कर सोना

वुजू करने के बाद यह खास ध्यान रखें, की वुजू के बाद एक तरफा टेक लगाकर न सोएं, ऐसा करने से आपका वुजू टूट सकता है, और आपको वुजू दोबारा करना पड़ेगा, अगर आप ऐसे ही नमाज़ पड़ेंगे, तब आपकी नमाज़ भी अधूरी मानी जाएगी।

3. वुजू करने के बाद उल्टी आना

अगर आप बीमार हैं, या किसी भी कारण से आपको वुजू करने के बाद उल्टी आ जाती है, तो तुरंत वुजू को दोबारा करें, अगर आप ऐसा नहीं करते और नमाज़ पढ़ने चले जाते हैं, तब यह खुदा की तौहीन कहलाएगी। और नमाज़ का कोई फायदा आपको नही मिल सकेगा। इस बात का खास ध्यान रखें।

4. शरीर के किसी भी हिस्से से पीप या खून निकलना

यदि आपके कहीं चोट लगी है, या कही पर मस्सा बना हुआ है, और आपके वुजू करने के बाद उसमें से खून या पिप निकल रहा है, तब आप खून को या पिप को अच्छी तरह साफ करें, और फिर से वुजू करें। नहीं तो आपकी नमाज़ पूरी नहीं मानी जाएगी, और खुदा की तौहीन मानी जाएगी।

5. वुजू करने के बाद बाथरूम जाना

इस बात का सभी को ध्यान रखना चाहिए कि वुजू करने से पहले बाथरूम होकर आना चाहिए, वुजू के बाद बाथरूम (गुसल) जाने से वुजू टूट जाता है, और आपको वुजू दोबारा से करना पड़ता है। कभी भी वुजू करने से पहले गुसल जाएं।

6. किसी भी कारण से बेहोश हो जाना

अगर आपने वुजू कर लिया है, और आपको किसी प्रकार का चक्कर आ जाए, और आप बेहोश हो जाएं, तो ऐसे हालात में वुजू नही माना जाता है, ऐसे हालत में पहले कहीं बैठकर आराम कर लें, अगर आप समय पर ठीक हो जाते हैं, तब दोबारा वुजू करके नमाज़ पढ़ें।

7. नमाज़ के दौरान जोर जोर से हँसना या मुस्कुराना

यह वुजू टूटने का सबसे बड़ा कारण है, लोग जब वुजू करने के बाद नमाज़ पढ़ने जाते हैं, तब उनको किसी भी कारण से हस्सी आ जाता है, या वे मुस्कुरा जाते हैं, ऐसा करना नमाज़ और खुदा दोनों का अपमान है।

इसलिए इस बात का खास ख्याल रखें, जब भी आप वुजू करके नमाज़ पढ़ने आएं, आपका मन और दिमाग शांत हो। और आप हँसे नहीं। इससे आपका वुजू और नमाज़ दोनों ही सफल होंगे, और खुदा का हाथ आप पर सदा बना रहेगा।

8. प्राइवेट पार्ट का प्राइवेट से मिलाना

मुबशारते फाहिशा, यानि बिला किसी परदे या रुकावट के प्राइवेट पार्ट का प्राइवेट से मिलाना, चाहे मर्द का औरत से हो, या मर्द का मर्द से, या औरत का औरत से।

इन बातों का आपको ध्यान में रखना बहुत जरूरी है, क्योकि वुजू करने के बाद आपका मन और शरीर दोनों साफ हो जाते हैं, और अगर आप ऊपर दिए गए कारणों में से कुछ भी गलती से या जानबूझकर करते हैं, तो आपका वुजू टूटने का खतरा बना रहेगा, या टूट जाएगा।

Wazu karne ka tarika video download

wazu banane ka tarika hindi me अगर आप वजू का तरीका हिंदी में और विडियो को देखकर तो आप निचे दिया हुआ विडियो देख कर अच्छी तरह से सीख सकते हो।

wazu banane ka tarika dikhaiye

हमेशा बा वुजू रहने वाले को कौन सी सात फ़ज़ीलतें मिलती हैं ? 

 हमेशा बा वुजू रहने वाले को यह सात फ़ज़ीलतें मिलती हैं:

  • मलाइका उस की सोहबत में रगबत करें
  • कलम उस की नेकियां लिखता रहे
  • उस के आ’ज़ा तस्बीह करें
  • उस से तक्बीरे ऊला फ़ौत न हो
  • जब सोए अल्लाह तआला कुछ फ़िरिश्ते भेजे कि जिन्नो इन्स के शर से उस की हिफाज़त करें
  • सकराते मौत उस पर आसान हो
  • जब तक वुजू हो अमाने इलाही में रहे ( फतावा रज्विया 1 / 703 ) 

तहियातुल वजू का तरीका – Tahiyatul Wazu ka Tarika

Tahiyatul Wudu ki Fazilat

एक हदीस में जो इरशाद है कि जो कोई मुसलमान वज़ू करें और अच्छी तरह से सुन्नतों का ख्याल रखते हुए पानी खूब ध्यान से सब जगह पहुंचाएं फ़िर खड़े होकर इसी तरह 2 रकात नमाज पढ़े खूब दिल लगा कर अल्लाह की तरफ मुतावज्जो रहे तो उसके लिए जन्नत वाजिब होगी।

मालूम हुआ कि वजू के बाद 2 रकात नमाज़ खूब दिल लगा कर पढने से ज्यादा सवाब मिलता है अगर कुछ फुकहा ने यह भी लिखा है कि वज़ू के बाद सुन्नत फर्ज पढ़ ले उससे भी Tahiyatul wudu का सवाब मिल जाएगा जैसे Tahiyatul Masjid का सवाब इस तरह मिल जाता है।

पढ़ने से पहले यह देख ले कि वक्त नहीं है जवाल के वक्त नमाज पढ़ना दुरुस्त नहीं है और सुबह सादिक होने के बाद सूरज निकल कर बुलंद हो जाने तक पढ़ना दुरुस्त नहीं है इन वक्तो में Tahiytul Wudu ना पढ़े कुछ फुकहा ने लिखा है कि वज़ू का पानी हाथ पैर से सूखने से पहले Tahiyatul Wudu पढ़ ले इसका ख्याल भी रखना बेहतर है।

नबी अकरम सल्लल्लाहो सल्लम ने ख्वाब में हजरत बिलाल रजि अल्लाहु ताला अन्हू के जूतों की आहट अपनी आगे जन्नत में सुनी, क्योंकि हजरत बिलाल रजि अल्लाह ताला आप सल्ला वाले वसल्लम के साथ रहते थे और कई जरूरी काम को अंजाम देने के लिए आगे आगे चला करते थे।

इसमें हजरत बिलाल रजि अल्लाह ताला अनु के जन्नती होने की और इस काम की बशारत है कि वह जिस तरह दुनिया में हुजूर अकरम सल्लल्लाहो वसल्लम के रहने वाले थे और उनके करीब थे इसी तरह जन्नत में भी अल्लाह के रसूल का खास बनना नसीब होगा क्योंकि नबियों का ख्वाब वही होता है इसलिए इस अजीब खुशखबरी के होने में कोई शक नहीं।

कुछ रिवायत में है कि जब हजरत बिलाल रजि अल्लाहु ताला अनहु ने बताया कि सबसे ज्यादा अल्लाह की रजा की उम्मीद वाला अमल यह है कि जब मैं वजू करता हूं और उसके बाद Tahiyatul Wudu की नमाज़ पढ़ता हूं।

तो उस वक्त अल्लाह के रसूल सल्लल्लाहु अलैहि वाले वसल्लम ने इरशाद फरमाया यानी इस अमल की वजह से तुम को यह फजीलत हासिल हुई क्योंकि यह फजीलत का खास काम है यानी हर वजू के बाद नमाज के कायम करने से मिली है इसलिए सब हजरात को यह अमल अख्तियार करना चाहिए।

Wazu Related Questions (FAQs)

किसी हिस्सा को धोने के क्या मतलब हैं ? 

Wazu में किसी हिस्सा के धोने के यह मतलब हैं कि उस हिस्सा के हर हिस्से पर कम से कम दो बूंद पानी बह जाए। भीग जाने या तेल की तरह पानी चुपड़ लेने या एक आध बूंद बह जाने को धोना नहीं कहेंगे न इस से वजू या गुस्ल अदा होगा। मतलब जिस जगह धोए पूरी अच्छी तरह से खुश्क यानि नम हो जाए।

क्या हाथ या बदन से खून निकलने से वजू टूट जाता है ?

आपके बॉडी से खून निकला मगर खून अपनी जगह से बहा नहीं तो wazu नहीं टूटता है अगर खून बहा मगर बह कर ऐसी जगह नहीं पहुंचा जिस का वजू़ या गुस्ल में धोना फ़र्ज़ हो मसलन खून निकल कर आंख या कान में बहा मगर इन से बाहर नहीं आया तो वजू़ नहीं टूटा।

क्या इन्जिक्शन (Injection) लगाने से वजू़ टूट जाता है ?

गोश्त में इन्जिक्शन (Injection) लगाने में सिर्फ उसी सूरत में वजू़ टूटेगा जब कि बहने की मिक्दार में खून निकले । नस का इन्जिक्शन (Injection) लगा कर पहले ऊपर की तरफ़ खून (Blood,) खींचते हैं जो कि बहने की मिक्दार में होता है लिहाजा वजू़ टूट जाता है यूंही सीरेंज के जरीए टेस्ट (Test) करने के लिये खून (Blood)निकालने से वजू़ टूट जाता है क्यूंकि यह बहने की मिक्दार में होता है।

क्या हर नमाज़ से पहले वुज़ू करना ज़रूरी है?

जरुरी नहीं। अगर नमाज़ के बीच बाथरूम जाना या सोना नहीं होता है तो आपका wazu टूटता नहीं है तो आप फिर से वुज़ू किए बिना नमाज़ पढ़ सकते हैं।

दिन में कितनी बार वुज़ू करना ज़रूरी है?

वुज़ू करने की कोई fixed संख्या नहीं है। जब आप नमाज़ और कुरान पढ़ते हैं तो आपको वुज़ू की ज़रूरत होती है। हर बार जब आप नमाज़ पढ़ते हैं तो वुज़ू करने की सलाह दी जाती है, लेकिन आपको ऐसा करने की ज़रूरत नहीं है। जब तक आपकी वजू बाकि है तब तक वजू की कोई जरुरत नहीं है।

क्या बगैर वजू कुरान पढना कैसा है?

बगैर wazu के कुरान शरीफ को पढ़ सकते हो लेकिन बगैर wazu के कुरान को छूना मना है क्युकी नमाज़ और तवाफ़ के लिए ही wazu फ़र्ज़ है बाकि चीजों के लिए सुन्नत है, मगर wazu करने कुरान पढ़ रहे है तो आपको बगैर wazu से ज्यादा सवाब मिलता है।

Conclusion – Wazu ka Sahi Tarika in Hindi

आज आपने जाना वुजू करने का सही तरीका (Wazu ka Tarika in Hindi), वुजू की नीयत (Wazu ki Niyat), वुजू की दुआ (Wazu ki Dua) और साथ ही में जाने कुछ ऐसे कारण जिनसे हमारा वुजू टूट जाता है। आशा करते हैं आपको आज की यह पोस्ट पसन्द आई होगी।

और इससे बहुत कुछ नया सींखने को मिला होगा, Vaju Karne ka Tarika ऐसी ही अन्य जानकारी पोस्ट पढ़ने के लिए बने रहें हमारे साथ, और Facebook पर Namaz Quran का चर्चा करे।

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