अगर आप सवारी यानि Traveling करते है और अगर Sawari Par Sawar Hone ki Dua नहीं पढ़ते है तो आप बहुत कुछ खो रहे है।
आज की पोस्ट इसी टॉपिक सवारी पर सवार होने के बाद की दुआ क्या है? और Safar ki Dua का तर्जुमा क्या है?
तो इस पोस्ट को ध्यान से पढ़े आपको बहुत कुछ सिखने को मिलने वाला है।
Sawari Par Sawar Hone ki Dua
जब आप सफ़र पर निकलें और गाड़ी, ट्रेन, जहाज़, आदि पर चढ़ें और गाड़ी हरकत में आ जाए, और आराम से बैठ जाए ये दुआ ज़रूर पढ़ें इससे इंशा अल्लाह तमाम बलाओं और मुसीबतों और आफतों से हिफ़ाज़त होगी।
रसूलुल्लाह (ﷺ) जब सफ़र के इरादे से निकलते और सवारी पर बैठ जाते तो तीन मर्तबा तक्बीर: (अल्लाहु अकबर) फ़र्माते और यह दुआ पढ़तेः
اَلْحَمْدُ لِلّٰہِ ،سُبْحٰنَ الَّذِیْ سَخَّرَلَنَاھٰذَاوَمَاکُنَّالَہ مُقْرِنِیْنَ وَاِنَّااِلٰی رَبِّنَالَمُنْقَلِبُوْنَ۔
“Allahu akbar, Allahu akbar, Allahu akbar,
subhanal-lathee sakhkhara lana hatha wama kunna lahu muqrineen,
wa-inna ila rabbina lamunqaliboon”
Hindi: सुब हानल लज़ी सख़खरा लना हाज़ा वमा कुन्ना लहू मुकरिनीन, व इन्ना इला रब्बिना ल मुन्क़लिबून
तर्जुमा: पाक है वो ज़ात जिसने इसको हमारे बस में कर दिया और हम तो इसको क़ाबू में नहीं ला सकते थे।
Translation: all praise for Allah, How far from imperfections He is, The One Who has placed this (transport) at our service, and we ourselves would not have been capable of doing so, and to our, Lord is our final destination.
क्या सफर मे जाने की दुआ भी होती है?
इसमें अल्लाह से यात्रा के दौरान सुरक्षा और आराम की प्रार्थना की जाती है, यात्रा के दौरान आने वाली परेशानियों और मुश्किलों से बचाए जाने की गुज़ारिश की जाती है, यह दुआ करने से यात्रियों को भरोसा और हौसला मिलता है।