मग़रिब की नमाज़ पढ़ने का सही तरीका क्या है | Maghrib ki Namaz

अस्सलाम अलैकुम, आज हम जानेंगे कि Maghrib ki Namaz का तरीका क्या है और मग़रिब की नमाज़ को कैसे पढ़ा जाता है, हम इस पर विस्तार से चर्चा करेंगे, और इसे समझने का प्रयास करेंगे।

Hello दोस्तों मैं आपका NamazQuran में Welcome करता हूं आज हम Maghrib Ki Namaz ka Tarika , नमाज़ का टाइम , नमाज़ का फजीलत के बारे में चर्चा करने वाले हैं, हम इससे जुड़े और कई तथ्यों को भी जानेंगे जैसे।

  • नमाज़े मग़रिब की फ़ज़ीलत
  • नमाज़े मग़रिब की नियत का तरीक़ा
  • मग़रिब की नमाज का टाइम कब तक रहता है
  • मग़रिब की नमाज़ कितनी रकात होती है
  • मग़रिब की नमाज़ का वक्त कब खत्म होता है

नाजरीन पांच वक़्त की नमाज़ हर मुसलमान पर फ़र्ज़ है जिसे हर हाल में पढ़ना है चाहे आप कीसी भी हाल में हों दुनिया के कोई भी कोने में हों। इस पोस्ट मग़रिब नमाज़ की Information पुरे तफ्सील से निचे के Article में दे दिए है जिसे आप जरूर पढ़ें |

नमाज़ पढ़ने से पहले Important कुछ बातों का खासा ख्याल रखें नमाज़ पढ़ने के लिए सबसे पहले आपका जिस्म (Body) का पाक होना बहुत जरुरी है। दूसरा आप जो कपडा (cloth) ड्रेस पहने हुए है वो पाक साफ़ हो। और तीसरा जहाँ आप नमाज़ पढ़ रहे है उस जगह पर किसी तरह की कोई गन्दगी न हो उस जगह का पाक साफ़ होना जरुरी है तभी आपकी नमाज़ हो पाएगी।

Table of Contents

Maghrib की नमाज़ का Time कब Start होता है

मग़रिब की नमाज़ का Time सूरज डूब (Sunset) जाने से Start होता है।

Maghrib की नमाज़ का Time कब End होता है

शाम के Time जब आसमान में सफेदी छाया रहता है तब तक मग़रिब का वक़्त रहता है मगर जब सफेदी ख़त्म हो जाता है तब मग़रिब की नमाज़ का वक़्त ख़त्म हो जाता है।

खास तौर पे मग़रिब का वक़्त 1 hours से 1:30 तक रहता है ये मौसम के अनुसार कम और ज्यादा होता रहता है। ज्यादा जानकारी के लिए अपने मोहल्ले के इमाम से बात कर सकते है।

Maghrib की नमाज में कितनी Rakat होती है

निचे आपको नमाज़ की रकात के बारे में समझाया गया है इससे आप ध्यान से पढ़े। ज़ोहर की नमाज़ 7 Rakat होती है।

  • 3 रकात फ़र्ज़
  • 2 रकात सुन्नत
  • 2 रकात नफिल
  • (कुल = 7 रकात)

Maghrib ki Namaz पढ़ने का सही तरीका क्या है

मग़रिब की नमाज़ दिन की चौथी नमाज़ होती हैं, इससे भी पढ़ने का बहुत सारा फजीलत जो आपको निचे बताया गया है। तो सबसे पहले जान लेते है की नमाज़ की नियत का तरीका क्या है।

मग़रिब की 3 रकात फ़र्ज़ पढ़ने का तरीका

अगर आप maghrib ki Namaz इमाम के पीछे पढ़ रहे है तो हर रकात में हमें खामोश (Silent) रहना है ! और अगर अकेले नमाज़ पढ़ेंगे तो पहली दो रकाट तो दूसरी नमाज़ो जैसी ही पढ़ेंगे ! और तीसरी रकात में सिर्फ अल्हम्दु शरीफ़ ( सूरह फातिहा ) पढ़ेंगे।

मग़रिब की 3 रकअत फ़र्ज़ पढ़ने के लिए आप को सबसे पहले नियत करना होगा, नियत का तरीका निचे दिया गया है।

मगरिब की 3 रकात फर्ज की नियत

नियत की मैंने तीन रकात फ़र्ज़ वक़्त मग़रिब की वास्ते अल्लाह तआला के रुख मेरा काबा शरीफ के तरफ अल्लाहु अकबर

इस तरह नियत पढ़ कर नियत बांध ले।

अगर आप इमाम के पीछे नमाज़ अदा कर रहे हों तो ऐसे नियत करे।

नियत की मैंने तीन रकात फ़र्ज़ नमाजे मग़रिब की वास्ते अल्लाह तआला के पीछे इस इमाम के रुख मेरा काबा शरीफ के तरफ अल्लाहु अकबर

इस तरह नियत कह कर अपने दोनों हांथों को अपने नाफ के निचे बाँध ले ये सिर्फ मर्द हजरात के लिए है औरतें अपने सीने पर हाँथ बांधें।

मग़रिब की नमाज़ की पहली रकात फ़र्ज़

  • सबसे पहले आप सना पढ़ें यानि सुब्हानका अल्लहुमा वबी हमदिका
  • दूसरा ताउज पढ़ें यानि के आउज़ बिल्लाहे मिन्नस सैतानिर्रजिम पढ़ें

इसके बाद आप चुप हो जाए इमाम की अल्हम्दो लिल्लाहे खामोशी के साथ सुने फिर क़ुरान की सूरह भी सुने।

इसके बाद wait करे इमाम जब तक रुकू में नहीं जाता फिर अल्लाह हुअक्बर कहते हुए रुकू में चले जाए। और जैसा की हमने पहले भी बताया है रुकू में कम से कम तीन मर्तबा सुब्हान रब्बिल अजीम कहें।

फिर इमाम बोलेगा समी अल्लाह हुलेमन हमीदा तो आप कहेंगे रब्बना लकल हम्द फिर अल्लाह हुअक्बर कहते हुए सजदे में चले जाए।

सजदे के दरमियान कम से कम आप तीन मर्तबा सुब्हान रब्बि यल आला कहें।

मग़रिब की नमाज़ की दूसरी रकात फर्ज

फिर आप अल्लाहु अकबर कहते हुए दूसरे रकात के लिए खड़े हो जाएँ दूसरे रकात में आपको चुप रहना है

इमाम जब अल्हम्दो लिल्लाहे और सूरह पढ़ लेगा तो अल्लाह हुअक्बर कहते हुए रुकू में चले जाओ।

इसके बाद आप रुकू के लिए जाएँ और जैसा की हमने पहले भी बताया है रुके में कम से कम तीन मर्तबा सुब्हान रब्बिल अजीम कहें।

फिर इमाम बोलेगा समी अल्लाह हुलेमन हमीदा तो आप कहेंगे रब्बना लकल हम्द फिर अल्लाह हुअक्बर कहते हुए सजदे में चले जाए।

सजदे के दरमियान कम से कम आप तीन मर्तबा सुब्हान रब्बि यल आला कहें, फिर आप अल्लाहु अकबर कह कर अपने पंजो पर बैठ जाएँ।

सबसे पहले एक मर्तबा अत्तहियातु लिल्लाहि पढ़ते हुए अपने शहादत के ऊँगली को उठायें।

मग़रिब की नमाज़ की तीसरी रकात फर्ज

फिर आप अल्लाहु अकबर कहते हुए 3 रकात के लिए खड़े हो जाएँ। फिर खामोसी के साथ सिर्फ आप बिस्मिल्लाह हिर्रहमा निर्रहीम पढ़ कर सूरह फातिहा यानि अल्हम्दु लिल्लाह पढ़ कर खामोश हो जाए। और इमाम का इंतजार करे रुकू में जाने के लिए।

इसके बाद अल्लाह हुअक्बर कहते हुए रुकू के लिए जाएँ और जैसा की हमने पहले भी बताया है रुकू में कम से कम तीन मर्तबा सुब्हान रब्बिल अजीम कहें।

फिर इमाम बोलेगा समी अल्लाह हुलेमन हमीदा तो आप कहेंगे रब्बना लकल हम्द फिर अल्लाह हुअक्बर कहते हुए सजदे में चले जाए।

सजदे के दरमियान कम से कम आप तीन मर्तबा सुब्हान रब्बि यल आला कहें, फिर आप अल्लाहु अकबर कह कर अपने पंजो पर बैठ जाएँ।

सबसे पहले एक मर्तबा अत्तहियातु लिल्लाहि पढ़ते हुए अपने शहादत के ऊँगली को उठायें।

उसके बाद एक मर्तबा दरूदे इब्राहिम पढ़ें।

उसके बाद एक मर्तबा दुआ ए मासुरा पढ़ें।

और फिर सलाम फेरें अस्सलामो अलैकुम वरहमतुल्लाह पहले दाएं जानिब मुंह फेरे फिर अस्सलामो अलैकुम वरहमतुल्लाह बाएं जानिब मुंह फेरें।

इस तरह से आपकी मग़रिब की 3 रकात फ़र्ज़ पूरी हो गयी।

मग़रिब की 2 रकात सुन्नत पढ़ने का तरीका

मग़रिब की 2 रकअत सुन्नत पढ़ने के लिए आप को सबसे पहले नियत करना होगा। नियत का तरीका निचे दिया गया है।

मग़रिब की 2 रकात सुन्नत की नियत

नियत की मैंने दो रकअत नमाज़ मगरिब की सुन्नत रसूलपाक के वास्ते अल्लाह तआला के मुंह मेरा काअबा शरीफ के तरफ अल्लाहु अकबर

मग़रिब की नमाज़ की पहली रकात सुन्नत

  • सबसे पहले आप सना पढ़ें यानि सुब्हानका अल्लहुमा वबी हमदिका
  • दूसरा ताउज पढ़ें यानि के आउज़ बिल्लाहे मिन्नस सैतानिर्रजिम पढ़ें
  • सूरह फातिहा पढ़ें यानि अल्हम्दु लिल्लाह पढ़ें
  • क़ुरान शरीफ की कोई एक सूरह पढ़ें

उसके बाद आप अल्लाहु अकबर कहते हुए रुकू में जाएँ रुकू में जाने के बाद कम से कम तीन मर्तबा सुब्हान रब्बिल अजीम कहें।

फिर समी अल्लाह हुलेमन हमीदा कहते हुए खड़े हो जाएँ जब आप अच्छे से खड़े हो जाएँ तो एक मर्तबा रब्बना लकल हम्द भी कहें।

फिर आप अल्लाहु अकबर कहते हुए सजदे के लिए जाएँ सजदे के दरमियान कम से कम आप तीन मर्तबा सुब्हान रब्बि यल आला कहें।

फिर आप खड़े हो जाए दूसरा रकात पढ़ने के लिए।

मग़रिब की नमाज़ की दूसरी रकात सुन्नत

फिर आप अल्लाहु अकबर कहते हुए दूसरे रकात के लिए खड़े हो जाएँ दूसरे रकात में सिर्फ आप बिस्मिल्लाह हिर्रहमा निर्रहीम पढ़ कर सूरह फातिहा यानि अल्हम्दु लिल्लाह पढ़ें इसके बाद क़ुरान शरीफ का कोई एक सूरह पढ़ें।

इसके बाद आप रुकू के लिए जाएँ और जैसा की हमने पहले भी बताया है रुके में कम से कम तीन मर्तबा सुब्हान रब्बिल अजीम कहें।

फिर समी अल्लाह हुलेमन हमीदा कहते हुए खड़े हो जाएँ जब आप अच्छे से खड़े हो जाएँ तो एक बार रब्बना लकल हम्द भी कहें।

फिर आप अल्लाहु अकबर कहते हुए सजदे के लिए जाएँ सजदे के दरमियान कम से कम आप तीन मर्तबा सुब्हान रब्बि यल आला कहें फिर आप अल्लाहु अकबर कह कर अपने पंजो पर बैठ जाएँ जैसे नमाज़ में बैठते है।

सबसे पहले एक मर्तबा अत्तहियातु लिल्लाहि पढ़ते हुए अपने शहादत के ऊँगली को उठायें।

उसके बाद एक मर्तबा दरूदे इब्राहिम पढ़ें।

उसके बाद एक मर्तबा दुआ ए मासुरा पढ़ें।

और फिर सलाम फेरें अस्सलामो अलैकुम वरहमतुल्लाह पहले दाएं जानिब मुंह फेरे फिर अस्सलामो अलैकुम वरहमतुल्लाह बाएं जानिब मुंह फेरें।

इस तरह से आपकी मग़रिब की 2 रकात सुन्नत पूरी हो गयी।

मग़रिब की 2 रकात नफिल पढ़ने का तरीका

मग़रिब की 2 रकअत नफिल पढ़ने के लिए आप को सबसे पहले नियत करना होगा। नियत का तरीका निचे दिया गया है।

मग़रिब की 2 रकात नफिल की नियत

नियत की मैंने दो रकत नमाज़ जुहर की नफिल वास्ते अल्लाह तआला के मुंह मेरा काअबा शरीफ के तरफ अल्लाहु अकबर

मग़रिब की नमाज़ की पहली रकात नफिल

  • सबसे पहले आप सना पढ़ें यानि सुब्हानका अल्लहुमा वबी हमदिका
  • दूसरा ताउज पढ़ें यानि के आउज़ बिल्लाहे मिन्नस सैतानिर्रजिम पढ़ें
  • सूरह फातिहा पढ़ें यानि अल्हम्दु लिल्लाह पढ़ें
  • क़ुरान शरीफ की कोई एक सूरह पढ़ें

उसके बाद आप अल्लाहु अकबर कहते हुए रुकू में जाएँ रुकू में जाने के बाद कम से कम तीन मर्तबा सुब्हान रब्बिल अजीम कहें।

फिर समी अल्लाह हुलेमन हमीदा कहते हुए खड़े हो जाएँ जब आप अच्छे से खड़े हो जाएँ तो एक मर्तबा रब्बना लकल हम्द भी कहें।

फिर आप अल्लाहु अकबर कहते हुए सजदे के लिए जाएँ सजदे के दरमियान कम से कम आप तीन मर्तबा सुब्हान रब्बि यल आला कहें।

फिर आप खड़े हो जाए दूसरा रकात पढ़ने के लिए।

मग़रिब की नमाज़ की दूसरी रकात नफिल

फिर आप अल्लाहु अकबर कहते हुए दूसरे रकात के लिए खड़े हो जाएँ दूसरे रकात में सिर्फ आप बिस्मिल्लाह हिर्रहमा निर्रहीम पढ़ कर सूरह फातिहा यानि अल्हम्दु लिल्लाह पढ़ें इसके बाद क़ुरान शरीफ का कोई एक सूरह पढ़ें।

इसके बाद आप रुकू के लिए जाएँ और जैसा की हमने पहले भी बताया है रुके में कम से कम तीन मर्तबा सुब्हान रब्बिल अजीम कहें।

फिर समी अल्लाह हुलेमन हमीदा कहते हुए खड़े हो जाएँ जब आप अच्छे से खड़े हो जाएँ तो एक बार रब्बना लकल हम्द भी कहें।

फिर आप अल्लाहु अकबर कहते हुए सजदे के लिए जाएँ सजदे के दरमियान कम से कम आप तीन मर्तबा सुब्हान रब्बि यल आला कहें फिर आप अल्लाहु अकबर कह कर अपने पंजो पर बैठ जाएँ जैसे नमाज़ में बैठते है।

सबसे पहले एक मर्तबा अत्तहियातु लिल्लाहि पढ़ते हुए अपने शहादत के ऊँगली को उठायें।

उसके बाद एक मर्तबा दरूदे इब्राहिम पढ़ें।

उसके बाद एक मर्तबा दुआ ए मासुरा पढ़ें।

और फिर सलाम फेरें अस्सलामो अलैकुम वरहमतुल्लाह पहले दाएं जानिब मुंह फेरे फिर अस्सलामो अलैकुम वरहमतुल्लाह बाएं जानिब मुंह फेरें।

इस तरह से आपकी मग़रिब की 2 रकात नफिल पूरी हो गयी।

मग़रिब की नमाज़ में कौन सी सूरत पढ़ी जाती है

सबसे पहले हम जान लेते है की Maghrib ki Namaz में कौन सी सूरह पढ़ी जाती है? जिन लोगो को सूरत कम याद है वह लोग कोई भी सूरत पढ़ सकते है, लेकिन जिनको ज्यादा सूरतें याद हो उनके ले लिए भी सुन्नत यही है की मग़रिब की नमाज़ में IZA ZULZILATIL ARZU ZILZALAHA से लेकर QUL AAUZU BIRABBIN NAAS के बीच की सूरतें पढ़े। क्युकी इस नमाज़ में दूसरी नमाज़ों के मुक़ाबले में Time कम होता है इसलिए छोटी सूरतें पढ़ना बेहतर होता है।

अगर जमाअत के साथ नमाज़ हो तब भी इमाम को चाहिए की इस नमाज़ में छोटी छूती सूरतें पढ़े।

Maghrib ki Namaz ke Tarike Ka Video

Maghrib ki Namaz Ka Tarika Video In Hindi

Frequently Asked Questions (FAQs)

मग़रिब की नमाज में कितनी रकात होती है?

मग़रिब की नमाज़ 7 रकात होती हैं, ये रकात इस तरह अदा की जाती हैं. सबसे पहले 3 रकात फ़र्ज़ पढ़ा जाता है फिर 2 रकात सुन्नत पढ़ा जाता है फिर 2 रकात नफिल पढ़ा जाता है।

मग़रिब की नमाज में कितनी रकात सुन्नत होती है?

मग़रिब की नमाज़ में 2 रकात सुन्नत पढ़ा जाता है ये 2 रकअत सुन्नत कैसे पढ़ा जाता है हमने ऊपर अच्छे तरीके से समझाया है।

अगर आप लोगो को ये ज्ञान अच्छा लगा हो तो इसे अपने दोस्त , रिश्तेदार के साथ शेयर जरूर करें हो सकता है आपके एक शेयर से किसी को नमाज़ पढ़ना आ जाए अल्लाह हर मोमिन को पांचो वक़्तों का नमाज़ी बना दे।

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Shakil Ahmad

नमाज़क़ुरान.कॉम एक इस्लामिक वेबसाइट है जो शकील अहमद द्वारा 2021 में शुरू की गई है, ताकि दुनिया भर के लोगो तक ऑथेंटिक इस्लामिक दुआएं, नमाज़, कुरान और हदीस की रौशनी में जानकारी पहुंचाई जा सके।

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