कब्र पर मिट्टी डालने की दुआ 2024 | Qabar par Mitti Dene ki Dua

अस्सलामु अलैकुम वरहमतुल्लाह वबरकाताहु दोस्तों आज Qabar Par Mitti Dene ki Dua के बारे में बात करने वाले है, हम सब को एक न एक दिन दुनिया को छोर कर अल्लाह ता’अला के पास जाना है तो नहीं हम उसकी तैयारी पहले से कर ले इस्लाम में बहुत सी ऐसी बाते है जो हर मुसलमान को जानना समझना चाहिए।

आज हम जानने वाले है अगर किसी का इन्तेकाल हो जाता है तो उसके कब्र पर मिट्टी देने की दुआ क्या है और कैसे मिट्टी देने चाहिए तो आप इस ब्लॉग को अच्छे से read करे।

इन्हें भी पढ़े:

Dua E Qunoot

Istikhara ki Dua

Qabar Par Mitti Dene Ki Dua

चलिए जानते है की Qabar Par Mitti Dene ki Dua क्या है कब्र पर तीन बार मिट्टी दिया जाता है। कब्र पर मिट्टी आराम से और इत्मीनान से देना चाहिए। बाज़ लोग कहते है पांच बार मिट्टी देते है मगर ये गलत है कब्र पर तीन बार ही मिट्टी देना चाहिए। हर बार मिट्टी देते वक़्त दुआ पढ़ना चाहिए जो निचे दिया गया है।

किसी भी मैयत में आप जाए सिरकत करें तो सबसे पहले आप कबरिस्तान के अंदर दाखिल होने से पहले अस्सलामु अलैकुम वरहमतुल्लाह वबरकाताहु जरूर करें किसी भी जनाजे में मिटटी देना का इस्लामिक तरीका ये है की एक आदमी या एक इंसान को तीन 3 बार मिटटी देना है कब्र पर मिटटी डालते वक़्त समय मुस्तहक़ यह है की जनाजे के सर के तरफ सुरु Start करें और अपने दोनों हाथो में मिटटी भर के कब्र पर डालें।

हमारे मज़हब इस्लाम ज़िंदगी गुज़रने के सभी पहलुओं के मुताल्लिक़ हमारी मुकम्मल रहनुमाई करता है, दुनिया मे आने से लेकर मरने के बाद तक क़ुरआन और सुन्नत मे बेशुमार दुआओं का ज़िक्र है। जिनमे तदफीन की दुआएँ भी शामिल हैं, यानी मरने के बाद मय्यत/मुर्दाह को ज़मीन मे दफनाते वक़्त की दुआएँ।

Janaza Ki Mitti Dene Ki Dua
Janaza Ki Mitti Dene Ki Dua

पहली बार मिट्टी डालते वक़्त

“मिन्हा खलक ना कुम”

Meaning: “अल्लाह ने हमे इसी मिट्टी से पैदा किया”

दूसरी बार मिट्टी डालते वक़्त

“व फिहा नोइदोकुम”

Meaning: “और इसी मिट्टी में हम को जाना है”

तीसरी बार मिट्टी डालते वक़्त

“व मिन्हा नुखरे जोकुम तरतुल उखरा”

Meaning: “और इसी मिट्टी से उठा कब्र कोऔर इसी से क़यामत के दिन तम्हे दुबारा निकाल कर खड़ा करेंगे”

दुआ तर्जुमा: “अल्लाह के नाम से शुरू करता हूं, और अल्लाह के रसूल की सुन्नत के अनुसार (मिट्टी डाल रहा हूं)”

Read More:

Azan ki Dua

Sone ki Dua

Qabr par Mitti Dalne ki Dua Video

qabr par mitti dene ki dua

हर जानदार चीज़ को मौत का मज़ा चखना है और अपने परवरदिगार के सामने जवाबदेही होना है हमे अपने उसी विरान कब्रस्तान मे छोड़ आएंगे जहा हमारे साथ किड़े मकोड़े और तन्हाई होगी उसकी फिक्र करे साथ ईमान और अल्लाह की खुशनूदी लेकर जाए।

Mitti Dene ki Dua Related Question

मैयत को मिट्टी कब देना चाहिए

दोस्तों सबसे पहले कब्र को इंसान की लंबाई के अनुसार खोदा जाता है। और उसके बाद मरने वाले को उसके अंदर सुलाकर तख्त को बंद कर देते हैं। और फिर मिटटी डाली जाती है।

कब्र पर कितनी बार मिट्टी डालना चाहिए

मिट्टी देने के लिए कब्र के उपर केवल एक इंसान को तीन बार ही मिटटी डालनी चाहिए। इससे कम या अधिक बार नहीं डालनी चाहिए और हर बार मिटटी डालते समय दुआ पढ़नी चाहिए, जो ऊपर दिया गया है।

मिट्टी देने की दुआ भूल जाए तो क्या करे

दोस्तों कई बार क्या होता है कि हम लोग इस दुआ को भूल जाते हैं या किसी करीबी के खत्म हो जाने की वजह से बहुत अधिक टेंशन मे आ जाते हैं। ऐसी स्थिति के अंदर आप अपने दूसरे भाइयों से इस बारे मे पूछ सकते हैं।

आज हमने क्या सीखा

दोस्तों आज हमने Qabar Par Mitti Dene ki Dua in Hindi में सीखा है और आपको Image में भी लिखा होगा जिसकी वजह से आपको अच्छे से समझ में आया होगा।

आप कमेंट में बताए की ये आर्टिकल आपको कैसे लगा मुझे उम्मीद है की आपको मिट्टी देने की दुआ सीखा होगा।

इन्हें भी पढ़े:

नजर उतारने की दुआ

सफर की दुआ

नमाज़ में पढ़े जाने वाले Dua e Masura

Comments

No comments yet. Why don’t you start the discussion?

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *